वंदे भारत एक्सप्रेस हादसा: परिवार की खुशी के लिए खुद को मखाना भट्टियों में झोंका , सपने रहे अधूरे ,रेल-पटरी पर समाप्त हुई जीवन -यात्रा
मृतकों के परिजनों के अनुसार सभी किशोर एक मखाना फोड़ी सेंटर में 5 हजार प्रतिमाह की दर से काम कर रहे थे.
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