आगे क्या? इन ७९ वर्षों की सीख से, हमें भू-राजनीति की चुनौतियों का सामना करते हुए मजबूत बनना होगा। सबसे पहले, आत्मनिर्भर भारत को प्राथमिकता: सेमीकंडक्टर और नवीकरणीय ऊर्जा में निवेश बढ़ाएं, ताकि आपूर्ति श्रृंखला सुरक्षित हो। कूटनीति में संतुलन बनाएं – अमेरिका के साथ तकनीकी साझेदारी, रूस से ऊर्जा, और चीन के साथ बातचीत…
मोदी जी के ७९वें स्वतंत्रता दिवस भाषण के मुख्य अंश (Excerpts)
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